सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

सरकारी स्कूल

 जब भी कभी हम सरकारी स्कूल के बारे में सुनते हैं तो हमारे दिमाग में छवि बनती है टूटे हुए डेस्क , अध्यापक नहीं है , बच्चे इधर - उधर घूम रहे हैं , पढ़ाई का कोई सिस्टम नहीं है । ऐसा हमारे दिमाग में इसलिए आता है क्योंकि हमारे मन में सरकारी स्कूल की यही छवि बनाई गई है , चाहे टेलीविजन में हो , अखबार में या कहीं भी। हमारे सामने सरकारी स्कूल को दिखाना होता है तो इसी तरह के चित्र हमारे सामने प्रस्तुत किए जाते हैं। लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है । जो भी बेहतरीन सितारे हैं देश में या विदेश में जो भारत का नाम रोशन कर रहे हैं । वो सरकारी स्कूल से ही निकल कर आए हैं । उदाहरण के तौर पर 2019 की यूपीएससी की परीक्षा में रैंक 56 हासिल करने वाले पंकज यादव ने अपनी पूरी शिक्षा सरकारी स्कूल से ही प्राप्त की है । ये सरकारी स्कूल का वो चमकता सितारा है जो अब पूरी दुनिया को रोशन कर रहा है ।

सरकारी स्कूलों के बारे में हम इतनी नकारात्मक कहानियां सुन चुके है कि हमारे मन में सरकारी स्कूलों ,वहां के शिक्षकों और बच्चों के बारे में वो छवि निर्मित कर चुके हैं जिसे बदलना अब बहुत जरूरी हो गया है । 
सरकारी स्कूल की इसी नकारात्मक छवि को बदलने के लिए सरकारी स्कूल डॉट इन के द्वारा यह पहल की गई  । जिसका प्रयास सरकारी स्कूल की नकारात्मक छवि को बदलना है । सरकारी स्कूल डॉट इन का उद्देश्य उन लोगों की सोच को प्रभावित करना है जो सरकारी स्कूल के वातावरण को गलत बताते हैं।
 हिंदुस्तान का भविष्य देश के उन 11 लाख सरकारी विद्यालयों में तैयार हो रहा है जहां 14 करोड़ बच्चे व 50 लाख शिक्षक हैं यह विद्यालय अभाव ,चुनौतियों के बीच भी पुरजोर मेहनत करने और कुछ बनकर देश के लिए जीने मरने का स्वप्र सजाते हैं ।
सरकारी स्कूल डॉट इन एक ऐसा मंच है जो सरकारी स्कूलों और उसके समर्थकों से गहराई से जुड़ा हुआ है यह एक विस्तृत क्षेत्र को शामिल करता है जो मुख्य रूप से पांच विषयों पर आधारित है - संभव है , गोल्ड इज नेवर ओल्ड , साथी सरकारी स्कूल के , शिक्षा समिति , मीट विद आइकन  ।
यह विषय उन सभी दिशाओं में सम्मिलित है जहां सरकारी स्कूल ने खुद को समृद्ध किया है और यह साबित करने के लिए पर्याप्त सक्षम है कि यह सब भी के बीच सबसे अच्छा है । 
सरकारी स्कूल डॉट इन अब तक 170 से ज्यादा प्रेरणादायक टीचर के साथ इंटरव्यू कर चुका है । 20 से ज्यादा जिला स्तरीय टीचर को इनविटेशन। समय-समय पर बच्चों के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित कराता है , साथ ही विभिन्न क्षेत्रों के अध्यापक भी इस तरह की प्रतियोगिता में शामिल होते हैं जिसमें कहानी बुनना , काव्य गोष्ठी आदि है ।  इसके साथ ही ऑनलाइन गोष्टी, जूम मीटिंग, वेबिनार व अलग-अलग सेशन के माध्यम से भी शिक्षकों के साथ जुड़ा जाता है । जो शिक्षक अपने क्षेत्र में बेहतरीन काम कर रहे हैं , उन्हें सम्मानित किया जाता है तथा उनके अनुभव जाने जाते हैं ताकि उनसे प्रेरणा ली जा सके । 

सरकारी स्कूल एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो इन महान व्यक्तित्व उनके जबरदस्त काम को प्रकाशित करता है ।  इन गतिविधियों को कभी भी टीवी या किसी मीडिया कवरेज पर नहीं दिखाया जाता है लेकिन आज दुनिया भर में ऐसी संदेश को चलाना महत्वपूर्ण लगता है कि समाज के उपेक्षित वर्ग को ध्यान देने की जरूरत है उनके पास गरीबी के ढेर और विकल्पों के तहत कुछ सच्चे कलाकार हैं । सरकारी स्कूल डॉट इन समय-समय पर बच्चों अध्यापक के उत्थान के लिए कार्य करता है साथ ही जो अध्यापक अपने क्षेत्र में बेहतरीन काम करें उन को सम्मानित करता है । सरकारी स्कूल डॉट इन का प्रयास यही है कि जो बेहतरीन कार्य कर रहे हैं और सम्मान के अधिकारी हैं उनको पूर्ण सम्मान मिले तथा जो बच्चे एक वंचित समाज से आते हैं उनका उत्थान हो और हर वह शिक्षा मिले जिसके वो अधिकारी हैं । 
सरकारी स्कूल  वास्तव में ऐसे स्कूल हैं जो समाज के सबसे जरूरतमंद लोगों को शिक्षित करने का काम कर रहे हैं। यही बात सरकारी स्कूलों के बारे में सबसे अच्छी बात है । सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले ऐसे शिक्षकों का शुक्रगुजार होना चाहिए जो तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद अपने काम को पूरी लगन और मेहनत के साथ काम कर रहे हैं। नकारात्मक विचारों को भाव न देकर, काम के सकारात्मक असर और खुशी को लोगों के साथ साझा कर रहे हैं।  इन्हीं को प्रेरित करता है सरकारी स्कूल डॉट इन।
शिवानी त्यागी


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